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Tuesday 6 November 2012

*****माँ *****
ओ माँ तुझे सलाम ................
अपने बच्चे तुझको प्यारे 
रावण हो या राम .........

क्या आप भी इस बात से सहमत है ???????
और है तो कितना % सहमत है!

7 comments:

  1. माँ से अच्छा तो कोई नहीं. :)

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  2. वाह...!
    सुन्दर अहसास!
    पोस्ट के ऊपर शीर्षक भी लगाया कीजिए!

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  3. माता की महिमा अमिट , डाकू लीडर चोर ।


    भक्त नशेडी उद्यमी, कवि पीड़ित कमजोर ।

    कवि पीड़ित कमजोर, होय बलवान अभागा ।

    नहीं कोयल सी माय, यहाँ पर अच्छा कागा ।

    अपने बच्चे मान, पालती सबको काकी ।

    रविकर जय जय बोल, जोर से जय माता की ।।



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  4. उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।।

    आज लिंक लिक्खाड़ पर

    450 वीं

    पोस्ट

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  5. 18/12/2012को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है ..... धन्यवाद !

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  6. माँ के लिए सब बच्चे एक जैसे होते हैं

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  7. वाह बहुत खूब।
    माँ की महीमा अपरम्पार है।

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टिप्पणी के रूप में आशीर्वादस्वरूप आपके सुझावों का स्वागत है।