माँ से अच्छा तो कोई नहीं. :)
वाह...!सुन्दर अहसास!पोस्ट के ऊपर शीर्षक भी लगाया कीजिए!
माता की महिमा अमिट , डाकू लीडर चोर ।भक्त नशेडी उद्यमी, कवि पीड़ित कमजोर ।कवि पीड़ित कमजोर, होय बलवान अभागा ।नहीं कोयल सी माय, यहाँ पर अच्छा कागा ।अपने बच्चे मान, पालती सबको काकी ।रविकर जय जय बोल, जोर से जय माता की ।।
उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।। आज लिंक लिक्खाड़ पर 450 वीं पोस्ट
18/12/2012को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है ..... धन्यवाद !
माँ के लिए सब बच्चे एक जैसे होते हैं
वाह बहुत खूब।माँ की महीमा अपरम्पार है।
टिप्पणी के रूप में आशीर्वादस्वरूप आपके सुझावों का स्वागत है।
माँ से अच्छा तो कोई नहीं. :)
ReplyDeleteवाह...!
ReplyDeleteसुन्दर अहसास!
पोस्ट के ऊपर शीर्षक भी लगाया कीजिए!
माता की महिमा अमिट , डाकू लीडर चोर ।
ReplyDeleteभक्त नशेडी उद्यमी, कवि पीड़ित कमजोर ।
कवि पीड़ित कमजोर, होय बलवान अभागा ।
नहीं कोयल सी माय, यहाँ पर अच्छा कागा ।
अपने बच्चे मान, पालती सबको काकी ।
रविकर जय जय बोल, जोर से जय माता की ।।
उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।।
ReplyDeleteआज लिंक लिक्खाड़ पर
450 वीं
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18/12/2012को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है ..... धन्यवाद !
ReplyDeleteमाँ के लिए सब बच्चे एक जैसे होते हैं
ReplyDeleteवाह बहुत खूब।
ReplyDeleteमाँ की महीमा अपरम्पार है।